नए कृषि कानूनों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने आज यूपी, एमपी और अरुणाचल प्रदेश के किसानो से बातचीत की हैं। उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि योजना की सातवीं किस्त को 9 करोड़ से अधिक किसान लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर किया। किसानो से बातचीत के दौरान पीएम ने नए कृषि कानूनों से जुड़े किसानों के सवालों का भी जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश के गगन पेरिंग से संवाद किया।
गगन ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि उन्होंने अपने पैसों का इस्तेमाल ऑर्गेनिक फार्मिंग में किया और मजदूरों को पैसा दिया। पीएम ने गगन से पूछा कि क्या कंपनी सिर्फ आपकी अदरक ले जाती है या जमीन ही ले जाते हैं। इसके अलावा पीएम ने ओडिशा के एक किसान से चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान किसान क्रेडिट कार्ड को लेकर उनसे बात की और उसके फायदे पूछे। पीएम मोदी ने कहा कि अटल जी की सरकार ने किसानों को सस्ते में कर्ज देने की शुरुआत की थी, हम उसे आगे बढ़ा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत में किसानो से जाने उनके अनुभव, बात की किसान आंदोलन की
मध्य प्रदेश के किसान मनोज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बातचीत करते हुए उनके अनुभवों को पूछा। मनोज ने बताया कि उसे अब तक किसान सम्मान निधि से 10 हजार रुपये मिले हैं। मनोज ने बताया कि उसने इस बार अपनी सोयाबीन एक निजी कंपनी को बेची। जिसमें उसे अधिक पैसा मिला और उसी दिन पेमेंट भी मिल गया। यूपी के किसान रामगुलाब ने बताया कि उसने किसानों का संगठन बनाया है। जो मिलकर काम करते हैं। सभी किसान अलग-अलग तरह की खेती करते हैं।
रामगुलाब ने बताया कि उसने अहमदाबाद की कंपनी से एग्रीमेंट किया है। पहले हम बाजार में 10-15 रुपये में फसल बेचते थे। अब 25 रुपये में बेच रहे हैं। रामगुलाब से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग झूठ फैला रहे हैं। कि नए कानून से जमीन चली जाएगी। मध्य प्रदेश के किसान से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि जो लोग आज किसान आंदोलन के नाम पर बैठे हैं। उसी विचारधारा के लोग पहले गुजरात में विरोध करते थे।
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